अबू सलेम की कहानी संघर्ष, महत्वाकांक्षा और मुंबई के अंडरवर्ल्ड की काली दुनिया के इर्द-गिर्द घूमती है। उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव सरायमीर, आज़मगढ़ से शुरू हुई उनकी यात्रा ने उन्हें मुंबई के सबसे खौफनाक गैंगस्टर्स में से एक बना दिया। उनका जीवन बॉलीवुड, अपराध और हिंसा से भरा पड़ा है। आज हम आपको “Crime Talk with Ali” चैनल के एक विशेष वीडियो की पूरी जानकारी विस्तार से देंगे।
प्रारंभिक जीवन और संघर्ष
अबू सलेम का जन्म सरायमीर, आज़मगढ़ में हुआ था। उनका परिवार आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहा था। उनके पिता एक वकील थे, जो मामूली आमदनी में परिवार का भरण-पोषण करते थे। लेकिन उनके पिता की अचानक एक दुर्घटना में मौत हो गई, जिससे परिवार पर आर्थिक संकट गहरा गया।
युवावस्था में ही अबू सलेम ने अपने परिवार की जिम्मेदारी उठाई। उन्होंने मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का काम सीखा और एक मैकेनिक की दुकान शुरू की। लेकिन आय बहुत कम होने के कारण उनका परिवार ठीक से नहीं चल पा रहा था। बेहतर मौके की तलाश में वे दिल्ली चले गए, जहां उन्होंने टैक्सी चलाने और मैकेनिक की दुकान चलाने जैसे कई छोटे-मोटे काम किए। हालांकि, यहां भी उनकी किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।
1985-87 के दौरान, अबू मुंबई पहुंचे। यहां उन्होंने कई छोटे-मोटे काम किए, जैसे टेलीफोन बूथ पर काम करना, कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरी करना और मॉल में सामान बेचना। यहीं उनकी मुलाकात कुछ गैंगस्टर्स से हुई, जो मॉल में खरीदारी करने आते थे। यही वो मोड़ था, जब अबू सलेम ने अपराध की दुनिया में कदम रखा।
अपराध की दुनिया में प्रवेश
मुंबई में अबू सलेम की जिंदगी में तब बदलाव आया, जब उनकी दोस्ती अज़ीज नाम के एक गैंगस्टर से हुई। अज़ीज़ डी-कंपनी का सदस्य था, जिसका नेतृत्व कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम करता था। अज़ीज़ ने अबू को सोने और चांदी की तस्करी में शामिल किया। अबू की व्यावसायिक समझ और चतुराई ने उन्हें डी-कंपनी में जल्दी ही पहचान दिला दी।
धीरे-धीरे अबू की मुलाकात अनीस इब्राहिम (दाऊद इब्राहिम के भाई) से हुई, जिसने अबू को डी-कंपनी के आंतरिक सर्कल में एंट्री दिलाई। उनकी तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों ने उन्हें अंडरवर्ल्ड में एक मजबूत पहचान दिलाई।
बॉलीवुड और आपराधिक संबंध
अबू सलेम का नाम तब चर्चा में आया, जब उन्होंने बॉलीवुड से अपने संबंध स्थापित किए। उन्होंने कई फिल्मी हस्तियों से संपर्क साधा और कुछ को डराकर पैसे वसूलने का काम किया।
1993 के मुंबई बम धमाकों में उनकी भूमिका ने उन्हें सबसे खतरनाक अपराधियों की सूची में ला खड़ा किया। इस हमले के लिए उन्हें साजिश रचने का दोषी ठहराया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
उनका बॉलीवुड से संबंध तब और गहरा हुआ, जब उन्होंने अभिनेता संजय दत्त को हथियारों की सप्लाई की। संजय दत्त उस समय धमकियों का सामना कर रहे थे, और अबू सलेम ने उन्हें हथियार देकर मदद की।
हत्याएं और धमकियां
अबू सलेम अपने क्रूर तरीकों के लिए कुख्यात थे। उन्होंने बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियों से पैसों की मांग की और इंकार करने पर हिंसा की धमकी दी।
सबसे चौंकाने वाली घटनाओं में से एक थी टी-सीरीज़ के मालिक गुलशन कुमार की हत्या। अबू सलेम ने उनसे कई बार पैसे मांगे, लेकिन जब कुमार ने इनकार किया, तो अबू ने उनकी हत्या का आदेश दे दिया।
उन्होंने फिल्म निर्माता राकेश रोशन और गायक दलेर मेहंदी को भी धमकियां दी थीं। इन घटनाओं ने उनकी खतरनाक छवि को और भी मजबूत कर दिया।
प्रेम कहानियां और शादी
अबू सलेम का निजी जीवन भी काफी विवादों से भरा रहा। उन्होंने पहली शादी समायरा जुमानी नाम की एक कॉलेज छात्रा से की, जो उस समय मात्र 17 साल की थी। शादी के बाद उन्होंने कई देशों में प्रवास किया, जिनमें ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल शामिल हैं। हालांकि, उनकी शादी लंबे समय तक नहीं चली और दोनों का तलाक हो गया।
इसके बाद उनकी जिंदगी में अभिनेत्री मोनिका बेदी आईं। उनका रिश्ता भी विवादों में रहा और अबू की गिरफ्तारी के बाद मोनिका ने उनसे दूरी बना ली।
गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण
2002 में अबू सलेम को पुर्तगाल में गिरफ्तार किया गया। उनकी भारत वापसी काफी कानूनी संघर्षों के बाद हुई। भारत सरकार को प्रत्यर्पण की शर्तों पर सहमत होना पड़ा, जिसमें उन्हें मृत्युदंड न देने का वादा किया गया।
भारत लौटने के बाद उन पर हत्या, फिरौती और तस्करी के कई मामलों में मुकदमा चला। उनके मुकदमों ने बॉलीवुड और अपराध जगत के संबंधों को उजागर किया।
अबू सलेम का भविष्य
आज अबू सलेम भारत में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। उनकी रिहाई को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन यह भी माना जा रहा है कि जेल से बाहर आने के बाद उनकी जान को प्रतिद्वंद्वी गैंग्स से खतरा हो सकता है।
अबू सलेम की कहानी एक छोटे से गांव के लड़के के खतरनाक अपराधी बनने की है। यह कहानी बताती है कि गलत फैसले और महत्वाकांक्षा इंसान को कहां तक ले जा सकती है।
“Crime Talk with Ali“ चैनल पर इस कहानी का पूरा वीडियो जरूर देखें, जहां अबू सलेम की जिंदगी के हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की गई है।
हमारी सलाह
इस कहानी से सीख मिलती है कि अपराध का रास्ता हमेशा विनाश की ओर ले जाता है। सही फैसले और ईमानदारी ही जीवन को सफलता की ओर ले जाते हैं।
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