अग्निपथ योजना: विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार की सफाई, क्या हैं युवाओं की चिंताएं?


1
27 shares, 1 point

हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च की गई अग्निपथ योजना देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस योजना के तहत सशस्त्र बलों में भर्ती की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। हालांकि, इस योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में युवाओं द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिले हैं।

अग्निपथ योजना के मुख्य बिंदु:

  • इस योजना के तहत अब सैनिकों की भर्ती ‘अग्निवीर’ के नाम से चार साल के लिए की जाएगी।
  • इन चार सालों के दौरान चुने हुए सैनिकों को अच्छा वेतन और भत्ते मिलेंगे।
  • चार साल की सेवा पूरी होने के बाद, 25% सैनिकों को सेना में स्थायी रूप से शामिल कर लिया जाएगा। बाकी 75% सैनिकों को सेवा समाप्ति के बाद सेवानिवृत्ति पैकेज दिया जाएगा।

युवाओं की चिंताएं:

  • स्थायी पदों में कमी: युवाओं की सबसे बड़ी चिंता यह है कि अग्निपथ योजना के तहत केवल 25% सैनिकों को ही स्थायी रूप से सेना में रखा जाएगा। बाकी 75% सैनिकों का भविष्य क्या होगा?
  • पेंशन का ना होना: चार साल की अल्प सेवा अवधि के कारण अग्निवीरों को पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा।
  • रोजगार की अनिश्चितता: सेवा समाप्त होने के बाद 75% सैनिकों को सेवानिवृत्ति पैकेज तो मिलेगा, लेकिन उनके लिए भविष्य में रोजगार की कोई गारंटी नहीं है।

सरकार की सफाई:

सरकार का कहना है कि अग्निपथ योजना युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने का एक शानदार अवसर प्रदान करती है। चार साल की सेवा के दौरान मिले प्रशिक्षण और अनुभव से उन्हें भविष्य में सरकारी नौकरियों या निजी क्षेत्र में रोजगार पाने में मदद मिलेगी। सरकार यह भी दावा कर रही है कि इस योजना से सेना युवा और चुस्त-दुरुस्त बनेगी।

विशेषज्ञों की राय:

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अग्निपथ योजना दूरगामी सोच के साथ बनाई गई है। इससे सशस्त्र बलों में युवाओं का संचार बढ़ेगा और रक्षा बजट पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वहीं, कुछ अन्य विशेषज्ञ इस योजना की खामियों को भी उजागर कर रहे हैं और सरकार से युवाओं की चिंताओं को दूर करने का आग्रह कर रहे हैं।

आगे क्या?

अग्निपथ योजना पर अभी भी बहस जारी है। सरकार को यह देखना होगा कि वे युवाओं की चिंताओं को कैसे दूर करती हैं और इस योजना को किस प्रकार से लागू करती हैं। यह योजना देश की सुरक्षा व्यवस्था और युवाओं के भविष्य दोनों को किस प्रकार से प्रभावित करेगी, यह वक्त आने पर ही पता चलेगा।


Like it? Share with your friends!

1
27 shares, 1 point

What's Your Reaction?

hate hate
0
hate
confused confused
0
confused
fail fail
0
fail
fun fun
0
fun
geeky geeky
0
geeky
love love
0
love
lol lol
0
lol
omg omg
0
omg
win win
1
win
Social Newsia

Social Newsia is your go-to source for the latest news on politics and social media. Founded in June 2018, we bring you timely and insightful coverage to keep you informed and engaged.

0 Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Choose A Format
Story
Formatted Text with Embeds and Visuals
List
The Classic Internet Listicles